लोकसभा चुनाव नतीजों के कुछ दिनों बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के दस लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (7th Pay Commission) बढ़ा दिया है। यह वृद्धि 4% से 42% के बीच की गई है और यह 1 अप्रैल से प्रभावी होगी। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को जून महीने का वेतन मिलने पर 2 महीने का बकाया भी मिलेगा।
मुख्य बिंदु
- पश्चिम बंगाल सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) में वृद्धि की घोषणा की।
- डीए 4% से बढ़ाकर 42% किया गया, जो 1 अप्रैल से प्रभावी होगा।
- सिक्किम सरकार ने भी डीए 4% बढ़ाया, अब कुल 46%।
- केंद्र सरकार की अगली डीए बढ़ोतरी की घोषणा दिवाली के आसपास हो सकती है।
- डीए की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर की जाती है।
डीए वृद्धि की नई समयसीमा
पहले यह घोषणा की गई थी कि डीए वृद्धि मई 2024 से लागू होगी। लेकिन अब इसे अप्रैल से प्रभावी कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने राज्य बजट में कर्मचारियों के लिए डीए में बढ़ोतरी की घोषणा की थी।
डीए वृद्धि का प्रभाव
राज्य के वित्त विभाग के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि यह वृद्धि कर्मचारियों को 1 जून के वेतन से मिलेगी। इससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे महंगाई के बढ़ते बोझ से राहत महसूस करेंगे।
सिक्किम सरकार का कदम (7th Pay Commission)
सिक्किम सरकार ने भी अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते में 4% की वृद्धि की घोषणा की है। यह वृद्धि 1 जुलाई 2023 से पूर्वव्यापी रूप से लागू की जाएगी।
कैबिनेट बैठक में फैसला
यह फैसला सोमवार रात को दूसरी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने की। डीए में इस 4% की वृद्धि के बाद, सिक्किम के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का डीए बढ़कर 46% हो गया है।
वित्तीय प्रभाव
रिपोर्ट के मुताबिक, डीए में इस वृद्धि से चालू वित्त वर्ष में राज्य के खजाने पर 174.6 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। इस वित्तीय बोझ को देखते हुए भी सरकार ने कर्मचारियों की भलाई के लिए यह कदम उठाया है।
केंद्र सरकार की डीए बढ़ोतरी
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को अब साल की दूसरी डीए बढ़ोतरी का इंतजार है। मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता 4% बढ़ाकर 50% कर दिया था। यह बढ़ोतरी जनवरी 2024 से लागू की गई थी।
साल में दो बार समीक्षा
केंद्र सरकार साल में दो बार डीए की समीक्षा करती है। पहला जनवरी से जून की अवधि के लिए और दूसरा जुलाई से दिसंबर के लिए। अगली डीए बढ़ोतरी की घोषणा इस साल दिवाली के आसपास होने की उम्मीद है।
डीए का मूल वेतन में विलय
अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार डीए को मूल वेतन में मिला देगी, क्योंकि अगली बढ़ोतरी के बाद यह 50% की सीमा से अधिक हो जाएगा। 2004 में, पारिश्रमिक आयोग के पांचवें कार्यकाल के दौरान, जब डीए 50% की सीमा तक पहुंच गया था, केंद्र सरकार ने इसे मूल वेतन में विलय कर दिया था। यह एकमात्र अवसर था जब डीए को मूल वेतन में मिला दिया गया था। इसके बाद छठे पारिश्रमिक आयोग ने ऐसे किसी उपाय की सिफारिश नहीं की।
डीए बढ़ोतरी की गणना
डीए और महंगाई राहत (डीआर) की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर की जाती है। सरकार साल में दो बार क्रमशः जनवरी और जुलाई में डीए और डीआर की समीक्षा करती है।
गणना का सूत्र
डीए की गणना इस प्रकार की जाती है:
दान भत्ता % = ((पिछले 12 महीनों के लिए औसत एआईसीपीआई (आधार वर्ष – 2001 = 100) -115.76)/115.76) *100
महंगाई भत्ते में इस वृद्धि से सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई के बढ़ते बोझ से राहत मिलेगी। सरकार की यह पहल उनके जीवनस्तर में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्य | डीए वृद्धि (%) | प्रभावी तिथि | वर्तमान डीए (%) | वित्तीय बोझ (करोड़ रुपये) |
---|---|---|---|---|
पश्चिम बंगाल | 4 | 1 अप्रैल 2024 | 42 | – |
सिक्किम | 4 | 1 जुलाई 2023 | 46 | 174.6 |
केंद्र सरकार | अगली वृद्धि TBD | TBD | 50 | TBD |
इस प्रकार, 7th Pay Commission के तहत विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार की डीए वृद्धि से सरकारी कर्मचारियों को लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।