लोकप्रिय टीवी शो ‘रामायण’ की सीता (Ramayan Ki Sita) के रूप में घर-घर में पहचान बनाने वाली अभिनेत्री Dipika Chikhlia ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे वह 1985 में आई राज कपूर की फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ में लीड रोल के लिए चुनी जाने से चूक गईं, और यह घटना उनके करियर के लिए कैसे वरदान साबित हुई।
अभिनेत्री Dipika Chikhlia, जो रामानंद सागर के प्रसिद्ध टीवी सीरियल “Ramayan” में सीता के किरदार के लिए जानी जाती हैं, ने हाल ही में अपने करियर के शुरुआती दौर और राज कपूर की 1985 की फिल्म “Ram Teri Ganga Maili” से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घटना का खुलासा किया। दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में दीपिका ने बताया कि कैसे उनका करियर एक अलग दिशा में जा सकता था अगर उन्हें राज कपूर की विवादास्पद फिल्म में कास्ट किया गया होता।
Dipika Chikhlia – शुरुआती दिनों की संघर्षरत अभिनेत्री
दीपिका चिखलिया, जो अब घर-घर में पहचानी जाती हैं, ने याद किया कि रामायण में सीता की भूमिका निभाने से पहले के दिन कितने कठिन थे। लगभग 36 साल पहले, वह इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही थीं और छोटे-छोटे रोल्स करके खुश नहीं थीं। उन्होंने अपने करियर की उस दिशा से असंतोष व्यक्त किया, जिसमें उन्हें लगता था कि वह बॉलीवुड से दूर होती जा रही हैं।
राज कपूर ने ‘Ram Teri Ganga Maili’ के मन्दाकिनी के रोले के लिए किया मना
किस्मत ने एक मोड़ लिया जब उन्हें एक बड़े रोल के लिए ऑडिशन देने का मौका मिला, जो एक पारिवारिक संबंध के जरिए आया था। राज कपूर की बेटी रीमा, दीपिका के पिता के दोस्त की बेस्ट फ्रेंड थीं। इस संबंध ने दीपिका की राज कपूर से मुलाकात करवाई, जो अपनी नई फिल्म “राम तेरी गंगा मैली” के लिए एक नए चेहरे की तलाश में थे। दीपिका ने लीड रोल पाने की उम्मीद में राज कपूर से संपर्क किया।
दीपिका ने Raj Kapoor के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें एक अप्रत्याशित बाधा का सामना करना पड़ा। कपूर ने उनकी उम्र पूछी और सिर्फ 17 साल की होने के कारण उन्हें अस्वीकृत कर दिया। राज कपूर ने उन्हें आश्वासन दिया कि भविष्य में किसी और फिल्म में साथ काम करेंगे, लेकिन यह भूमिका उनके लिए नहीं थी।
‘राम तेरी गंगा मैली’ के बोल्ड सीन्स ने किया था हंगामा
“राम तेरी गंगा मैली” ने अपनी रिलीज़ पर काफी विवाद खड़ा किया, खासकर मंदाकिनी (Ram Teri Ganga Maili Movie Actress Name) के बोल्ड सीन की वजह से, जिसमें ब्रेस्टफीडिंग और ट्रांसपेरेंट साड़ी में नहाने के दृश्य शामिल थे। इन तत्वों ने फिल्म को बहस (Ram Teri Ganga Maili Controversy) का विषय बना दिया।
Dipika Chikhlia ने बताया कि उन्होंने अपनी माँ के साथ फिल्म देखी और इसके कंटेंट से चौंक गईं। इस अनुभव ने उन्हें एहसास कराया कि इस भूमिका को ना मिलना उनके लिए वास्तव में एक वरदान था।
दीपिका ने माना वरदान साबित हुई अस्वीकृति
दीपिका ने अपने करियर पर विचार करते हुए कहा कि “Ram Teri Ganga Maili” का हिस्सा ना बनना उनके लिए एक आशीर्वाद था। उनका मानना था कि अगर उन्होंने वह भूमिका निभाई होती, तो शायद वह कभी भी “रामायण” में सीता के रूप में नहीं दिख पातीं। दीपिका को लगता है कि उनका करियर पथ, हालांकि प्रारंभ में चुनौतीपूर्ण था, अंततः उनके मूल्यों और आकांक्षाओं के साथ पूरी तरह से मेल खाता था।
‘रामायण’ की विरासत और लोकप्रियता
आज, Dipika Chikhlia केवल सीता के अपने प्रतिष्ठित किरदार के लिए ही नहीं बल्कि निर्माता के रूप में भी जानी जाती हैं। उनकी हाल की प्रोडक्शन “धर्तीपुत्र नंदिनी” ने 200 एपिसोड पूरे कर लिए हैं, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अपने सफर के उतार-चढ़ाव के बावजूद, दीपिका भारतीय टेलीविजन और सिनेमा में एक प्रिय हस्ती बनी हुई हैं, जिन्होंने अपने पात्रों की गरिमा और मूल्य को सजीव किया है।
दीपिका चिखलिया की कहानी मनोरंजन उद्योग की अनिश्चितता और उन संयोगपूर्ण मोड़ों का प्रमाण है जो एक अभिनेता के करियर को आकार देते हैं। “राम तेरी गंगा मैली” में भूमिका नहीं पाने और अंततः “रामायण” में सीता के रूप में सफलता प्राप्त करने पर उनके विचार यह बताते हैं कि अपने सफर में धैर्य और विश्वास कितना महत्वपूर्ण है। दीपिका के लिए, चाहे कैमरे के सामने हो या पीछे, उनकी विरासत जीवित है, और उनके अनगिनत प्रशंसक और आकांक्षी अभिनेता प्रेरणा लेते रहते हैं।