आज जब Microsoft एक बड़े ग्लोबल आउटेज (Crowdstrike Outage) से जूझ रहा है, तब Steve Jobs के 1995 के इंटरव्यू की बातें फिर से चर्चा में आ गई हैं। Apple के को-फाउंडर ने उस वक्त माइक्रोसॉफ्ट को लेकर कुछ ऐसी बातें कही थीं, जो आज के हालात में बिल्कुल सटीक लग रही हैं।
Steve Jobs ने क्या कहा था Microsoft के बारे में?
Steve Jobs Microsoft Quote – टेक जर्नलिस्ट बॉब क्रिंगेली के साथ बातचीत में जॉब्स ने कहा था, “माइक्रोसॉफ्ट का एकमात्र प्रॉब्लम ये है कि उनके पास कोई टेस्ट नहीं है। उनके पास बिल्कुल भी टेस्ट नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “वे ओरिजिनल आइडियाज के बारे में नहीं सोचते और अपने प्रोडक्ट्स में कल्चर नहीं लाते।”
जॉब्स ने माइक्रोसॉफ्ट की सफलता पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन उनके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी पर जरूर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मुझे इस बात से प्रॉब्लम है कि वे सिर्फ थर्ड-रेट प्रोडक्ट्स बनाते हैं।”
Watch Here Steve Jobs Microsoft Video
मौजूदा Crowdstrike Outage: क्या हुआ?
Microsoft News Latest – शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के कई सर्विसेज में बड़ा ब्रेकडाउन हुआ। ये प्रॉब्लम क्राउडस्ट्राइक के एक रीसेंट अपडेट (Crowdstrike Update) से जुड़ी हुई थी। इससे दुनियाभर में कई सेक्टर्स प्रभावित हुए, जिसमें फ्लाइट्स, सुपरमार्केट्स और बैंकिंग ऑपरेशंस शामिल थे।
सोशल मीडिया पर मीम्स और रिएक्शंस की बाढ़ आ गई, जिसमें जॉब्स का 1995 का इंटरव्यू फिर से सुर्खियों में आ गया।
Microsoft की प्रतिक्रिया
आउटेज की पहली रिपोर्ट्स के करीब 6 घंटे बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने X पर यूजर्स को अपडेट दिया। उन्होंने कहा, “कई सर्विसेज में अवेलेबिलिटी में सुधार देखा जा रहा है क्योंकि हमारे मिटिगेशन एक्शंस प्रोग्रेस कर रहे हैं।” बाद में कंपनी ने घोषणा की कि “ग्लोबल आउटेज की अंडरलाइंग कॉज को फिक्स कर दिया गया है,” हालांकि कुछ ऑफिस 365 ऐप्स और सर्विसेज पर अभी भी असर बना हुआ था।
भारत में असर
भारत में इस आउटेज का फ्लाइट ऑपरेशंस, पेमेंट सिस्टम्स और ट्रेडिंग पर गंभीर असर पड़ा। एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयरलाइंस और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस को मैनुअल चेक-इन और बोर्डिंग प्रोसेस अपनाना पड़ा। उन्होंने यात्रियों से एयरपोर्ट पर जल्दी पहुंचने की अपील की। कई देशों के स्टॉक एक्सचेंज भी प्रभावित हुए, जो इस आउटेज के व्यापक प्रभाव को दर्शाता है।
टेक जगत के दो दिग्गजों की प्रतिद्वंद्विता – Steve Jobs vs Microsoft
माइक्रोसॉफ्ट जैसे-जैसे सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश कर रहा था, स्टीव जॉब्स की आलोचनात्मक टिप्पणियों (Steve Jobs Microsoft Speech) का फिर से सामने आना टेक वर्ल्ड के दो सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों के बीच लंबे समय से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता और अलग-अलग दर्शन की याद दिलाता है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि टेक्नोलॉजी कितनी अहम हो गई है हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में। साथ ही, ये भी दिखाता है कि कैसे पुराने विचार नए संदर्भ में प्रासंगिक हो सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के लिए ये एक बड़ा सबक है, और शायद जॉब्स की बातों पर फिर से गौर करने का मौका भी।