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Meta AI Chatbot भारत में हुआ लॉन्च, व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उपलब्ध, चुटकियों में होंगे ये काम

By Ratan Singh

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Meta AI now available for WhatsApp, Facebook, Instagram, and Messenger Users in India

फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने एक बड़ी घोषणा की है। कंपनी ने अपने AI चैटबॉट, Meta AI Chatbot को भारत में लॉन्च करने (Meta AI India Release) की घोषणा की है। यह चैटबॉट अब कंपनी के सभी प्रमुख प्लेटफॉर्म्स – व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और मैसेंजर – पर उपलब्ध होगा (Meta AI Chatbot now available on WhatsApp, Facebook, Instagram, and Messenger)। इसके अलावा, उपयोगकर्ता Meta.ai वेबसाइट के माध्यम से भी इस चैटबॉट का उपयोग कर सकेंगे।


Meta AI Chatbot को पहली बार सितंबर 2023 में पेश किया गया था। यह कंपनी की जेनरेटिव AI क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल थी। इस क्षेत्र में Google, Microsoft और OpenAI जैसी कंपनियों के साथ तीव्र प्रतिस्पर्धा चल रही है। अप्रैल में, मेटा ने अपने नवीनतम लार्ज लैंग्वेज मॉडल ल्लामा 3 द्वारा संचालित मेटा एआई का एक नया संस्करण पेश किया। इसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा और जिम्बाब्वे सहित एक दर्जन से अधिक देशों में उपलब्ध कराया गया था।

Meta AI एक बहुआयामी सहायक है जो विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकता है:

  1. वास्तविक समय की जानकारी: गूगल और माइक्रोसॉफ्ट बिंग द्वारा संचालित, यह चैटबॉट वास्तविक समय में जानकारी प्रदान कर सकता है।
  2. टेक्स्ट और इमेज निर्माण: उपयोगकर्ता टेक्स्ट और इमेज का निर्माण कर सकते हैं।
  3. सारांशीकरण: लंबे लेखों का सारांश तैयार कर सकता है।
  4. लेखन सहायता: प्रूफरीडिंग, संपादन जैसे लेखन कार्यों में मदद कर सकता है।
  5. अनुवाद: एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद कर सकता है।
  6. रचनात्मक लेखन: कविताएं और कहानियां लिख सकता है।
  7. इमेज एडिटिंग: इमेज को एनिमेट कर सकता है या GIF में बदल सकता है।

Meta AI को कंपनी के विभिन्न ऐप्स में कुशलता से एकीकृत किया गया है:

  • Personal and Group Chat: उपयोगकर्ता अपने मौजूदा व्यक्तिगत और group चैट में चैटबॉट को शामिल कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, समूह यात्रा की योजना बनाने या रात्रिभोज के लिए व्यंजनों के सुझाव मांगने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
  • आसान पहुंच: इसे उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को बस संदेश फ़ील्ड में ‘@’ टाइप करना होगा और फिर मेटा एआई को टैप करना होगा।
  • सर्च बार में एकीकरण: मेटा एआई को फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और मैसेंजर ऐप्स के खोज बार में भी एकीकृत किया गया है।
  • फेसबुक फ़ीड इंटीग्रेशन: फेसबुक उपयोगकर्ता ऐप की मुख्य फ़ीड में स्क्रॉल करते समय भी मेटा एआई का उपयोग कर सकते हैं। किसी पोस्ट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, वे चैटबॉट से पूछ सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई आइसलैंड में उत्तरी लाइट्स की तस्वीर देखता है, तो वे मेटा एआई से पूछ सकते हैं कि अरोरा बोरियालिस को देखने का सबसे अच्छा समय कौन सा है।
Meta AI on Facebook
Meta AI on Facebook. Image Source: Meta

मेटा के Gen AI टीम के इंजीनियरिंग प्रमुख रयान केर्न्स ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि भारत में परीक्षण के दौरान करोड़ों लोगों ने चैटबॉट का उपयोग किया और अनुभव पर बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।

प्रमुख उपयोग मामले

भारत में परीक्षण के दौरान निम्नलिखित प्रमुख उपयोग मामले सामने आए:

  1. जानकारी एकत्र करना: उपयोगकर्ताओं ने तथ्यात्मक प्रश्न पूछे और विभिन्न विषयों पर जानकारी मांगी।
  2. निर्देशात्मक सहायता: लोगों ने विभिन्न कार्यों के लिए स्टेप-बाय-स्टेप निर्देश मांगे।
  3. प्रश्नोत्तरी और शैक्षिक सहायता: छात्रों और जिज्ञासु व्यक्तियों ने शैक्षिक सामग्री और प्रश्नोत्तरी के लिए चैटबॉट का उपयोग किया।

केर्न्स ने यह भी बताया कि उपयोग के मामले उस ऐप के आधार पर बदलते हैं जिसका उपयोगकर्ता कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, meta.ai वेबसाइट पर अधिक सामान्य उत्पादकता और कोडिंग से संबंधित प्रश्न देखे गए, जबकि कंपनी के ऐप्स के भीतर मेटा एआई चैटबॉट भावनात्मक समर्थन, संदेशों का जवाब देने में मदद और त्वरित प्रश्नों के माध्यम से विभिन्न चीजों को समझने से संबंधित अधिक प्रश्न देखे गए।

वर्तमान में, Meta Ai Chatbot केवल अंग्रेजी में उपलब्ध है। कंपनी ने कहा है कि वह लगातार अपने मॉडल को अपडेट और सुधार कर रही है, लेकिन अभी तक स्थानीय भाषाओं (Meta AI Language support in India) के समर्थन की कोई घोषणा नहीं की गई है। Meta Ai Chatbot now available for WhatsApp, Facebook, Instagram, and Messenger users in India.

Meta AI India Release Date – यह रोलआउट चरणबद्ध तरीके से हो रहा है, इसलिए सभी उपयोगकर्ताओं को तुरंत एक्सेस नहीं मिल सकता है। कुछ उपयोगकर्ताओं ने बताया है कि उन्हें अभी तक अपने डिवाइस पर व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम या फेसबुक पर AI Assistance नहीं मिला है। इसके अलावा, मेटा एआई वेबसाइट पर जाने पर कुछ उपयोगकर्ताओं को “मेटा एआई अभी आपके देश में उपलब्ध नहीं है” का संदेश मिल रहा है।

मेटा का यह कदम AI क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का हिस्सा है। गूगल ने हाल ही में अपने जेमिनी ऐप को भारत में नौ स्थानीय भाषाओं (Google Gemini Available in 9 local India Languages) के साथ लॉन्च किया है। ओपनएआई का ChatGPT और एंथ्रोपिक का Claude जैसे अन्य एआई चैटबॉट भी बाजार में मौजूद हैं।

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मेटा एआई के भारत में आने से कंपनी को देश के 50 करोड़ से अधिक WhatsApp उपयोगकर्ताओं (meta AI india WhatsApp) और अन्य ऐप्स के करोड़ों उपयोगकर्ताओं तक पहुंच मिलेगी।

A screenshot of Meta AI Chatbot on WhatsApp
A screenshot of Meta AI on WhatsApp (Image source: Meta)

यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बाजार में यह कैसा प्रदर्शन करता है और उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार कैसे विकसित होता है।

हालांकि Meta AI Chatbot के आगमन को लेकर उत्साह है, कुछ चुनौतियां और चिंताएं भी हैं:

  1. सटीकता: मेटा ने स्वीकार किया है कि यह एक नई तकनीक है और हमेशा वांछित प्रतिक्रिया नहीं दे सकती है। यह सभी Generative AI प्रणालियों के लिए सामान्य है।
  2. पूर्वाग्रह: मई में, Techcrunch ने पाया कि मेटा एआई में भारतीय पुरुषों की छवियां बनाते समय पगड़ी जोड़ने की मजबूत प्रवृत्ति थी। इसके अलावा, यह लगातार पुराने जमाने के भारतीय घर को जीवंत रंगों, लकड़ी के खंभों और स्टाइल की गई छतों के साथ उत्पन्न कर रहा था।
  3. गोपनीयता: व्हाट्सएप पर, जबकि आप मेटा एआई के साथ व्यक्तिगत रूप से चैट कर सकते हैं, आप group chat में भी चैटबॉट की मदद ले सकते हैं। कंपनी का कहना है कि मेटा एआई के पास समूह की बातचीत का संदर्भ नहीं होता है, सिवाय उस टेक्स्ट के जो आप चैटबॉट का उल्लेख करते समय या उसका जवाब देते समय उपयोग करते हैं।
  4. बंद करने का विकल्प नहीं: मेटा ने कहा है कि उनके ऐप में Meta AI Chatbot को बंद करना या छिपाना संभव नहीं है। हालांकि, लोग चैटबॉट को इस्तेमाल किए बिना खोज कर सकते हैं।

मेटा एआई का भारत में आगमन एक महत्वपूर्ण घटना है जो देश के डिजिटल परिदृश्य को बदल सकती है। यह न केवल मेटा के लिए एक रणनीतिक कदम है, बल्कि भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए भी एक नई तकनीक तक पहुंच का अवसर है। हालांकि, इसके सफल कार्यान्वयन और व्यापक स्वीकृति के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

  1. स्थानीय भाषा समर्थन: भविष्य में, मेटा एआई में भारतीय भाषाओं का समर्थन जोड़ा जा सकता है, जो इसे और अधिक सुलभ और उपयोगी बना देगा।
  2. व्यावसायिक एकीकरण: छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए मेटा एआई विशेष सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं, जो उन्हें ग्राहक सेवा और विपणन में मदद कर सकती हैं।
  3. शैक्षिक उपकरण: स्कूलों और विश्वविद्यालयों में मेटा एआई को एक शैक्षिक उपकरण के रूप में एकीकृत किया जा सकता है, जो अध्ययन और अनुसंधान में मदद कर सकता है।
  4. स्वास्थ्य सेवा अनुप्रयोग: मेटा एआई को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में विशेष सुविधाओं के साथ अनुकूलित किया जा सकता है, जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य सलाह या चिकित्सा जानकारी प्रदान करना।

भारत में AI के उपयोग को लेकर नियामक चिंताएं भी हैं। सरकार एआई नीतियों और दिशानिर्देशों पर काम कर रही है। मेटा को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसका एआई चैटबॉट इन नियमों का पालन करता है, विशेष रूप से डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के संबंध में। मेटा को इन चुनौतियों का सामना करना होगा और लगातार अपने उत्पाद को बेहतर बनाना होगा ताकि यह भारतीय उपयोगकर्ताओं की विविध और विकासशील जरूरतों को पूरा कर सके।

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मेटा एआई के सफल कार्यान्वयन के लिए व्यापक उपयोगकर्ता शिक्षा आवश्यक होगी। उपयोगकर्ताओं को न केवल इसके उपयोग के बारे में, बल्कि इसकी सीमाओं और संभावित जोखिमों के बारे में भी जागरूक किया जाना चाहिए। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि एआई तकनीक अभी भी विकासशील है और गलतियां कर सकती है।

Meta AI का प्रवेश भारत के एआई बाजार में प्रतिस्पर्धा को और तेज कर देगा। गूगल के जेमिनी (Google Gemini), OpenAI के ChatGPT, और अन्य स्थानीय एआई समाधानों के साथ, उपयोगकर्ताओं के पास अब कई विकल्प होंगे। यह प्रतिस्पर्धा नवाचार को बढ़ावा दे सकती है और अंततः उपयोगकर्ताओं को लाभान्वित कर सकती है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि यह कैसे विकसित होता है और भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने में कैसे योगदान देता है। जैसे-जैसे यह तकनीक विकसित होती है और अधिक व्यापक रूप से अपनाई जाती है, यह महत्वपूर्ण होगा कि हम इसके लाभों का उपयोग करें जबकि साथ ही साथ संभावित जोखिमों और चुनौतियों के प्रति सतर्क रहें।

Features Image: Fox Business

Ratan Singh

Meet Ratan Singh, a dedicated professional blogger and unwavering technology enthusiast. His journey in the world of content writing commenced over seven years ago. With a fervent passion for the latest advancements in technology, gadgets, mobile phones, apps, and social media, Ratan has emerged as a go-to source for all things tech and digital marketing. His analysis of the social media landscape unravels the latest trends and strategies, making him a valuable resource for digital marketers.

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