NTA में बड़ा बदलाव – New NTA Chief Appointed: सुबोध कुमार सिंह को हटाया गया – राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया महानिदेशक (New DG of NTA) नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति NEET और NET परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के बीच की गई है। पूर्व महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) को हटाकर कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) में “अनिवार्य प्रतीक्षा” पर रखा गया है।
New NTA Chief प्रदीप सिंह खरोला: एक बहुआयामी व्यक्तित्व
Pradeep Singh Kharola उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा इंदौर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में शुरू की और फिर IIT दिल्ली से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की, जहां वे टॉपर रहे। उन्होंने फिलीपींस के एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से विकास प्रबंधन में मास्टर्स डिग्री भी हासिल की है।
खरोला (New NTA Chief) का करियर बहुत विविध और प्रभावशाली रहा है। वे सार्वजनिक परिवहन कंपनियों को घाटे से निकालकर लाभदायक बनाने के विशेषज्ञ माने जाते हैं। उन्होंने बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को घाटे से उबारा और बेंगलुरु मेट्रो की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रशासनिक अनुभव और उपलब्धियां
खरोला ने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रहे हैं और नागरिक उड्डयन सचिव के रूप में भी सेवा दे चुके हैं। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का पद भी संभाला और कर्नाटक अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉरपोरेशन का नेतृत्व किया।
उनके प्रशासनिक कौशल को मान्यता देते हुए, उन्हें ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रदीप सिंह खरोला कौन हैं? Pradeep Singh Kharola IAS Profile
- प्रदीप सिंह खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी हैं।
- नवंबर 2017 में उन्हें एयर इंडिया का प्रमुख नियुक्त किया गया था।
- खरोला के कार्यकाल के दौरान, सरकार एयर इंडिया के निजीकरण के अपने पहले प्रयास में असफल रही।
- 2019 में, खरोला को नया नागरिक उड्डयन सचिव नियुक्त किया गया।
- 2022 से, वे भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के अध्यक्ष के रूप में सेवारत हैं।
- खरोला को नियमित नियुक्ति होने तक NTA का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
NTA के लिए नई उम्मीदें
Pradeep Singh Kharola की नियुक्ति ( as New DG of NTA) NTA में सुधार लाने और परीक्षा प्रणाली को मजबूत करने के सरकार के प्रयास का हिस्सा है। उनके विविध अनुभव और प्रशासनिक कौशल से उम्मीद की जा रही है कि वे NTA की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार लाएंगे और परीक्षाओं की विश्वसनीयता बढ़ाएंगे।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब UGC-NET परीक्षा रद्द कर दी गई है और NEET-UG में पेपर लीक के आरोप लगे हैं। आने वाले दिनों में NTA के कामकाज में और अधिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो छात्रों के हितों की रक्षा और परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने पर केंद्रित होंगे।
परीक्षाओं में विवाद
UGC-NET परीक्षा को रद्द कर दिया गया है, जबकि NEET-UG में पेपर लीक के आरोप लगे हैं और इसे रद्द करने की मांग की जा रही है। शुक्रवार को सरकार ने CSIR-UGC NET परीक्षा को भी स्थगित करने की घोषणा की।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहले कहा था कि NTA के “शीर्ष नेतृत्व” NEET और NET परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के लिए जांच के दायरे में है। हालांकि, उन्होंने CSIR-UGC NET में किसी भी प्रकार के पेपर लीक से इनकार किया, जिसे स्थगित कर दिया गया था।
NTA क्या है? What is NTA (National Testing Agency)?
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) नवंबर 2017 में भारतीय सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत स्थापित एक स्वायत्त निकाय है। यह उच्च शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के संचालन का काम करता है। NTA NEET, CTET, JEE, GPAT, GMAT, UGC-NET, GATE, CSIR-UGC NET और CAT जैसी परीक्षाएं आयोजित करता है।
एजेंसी की अध्यक्षता शिक्षा मंत्रालय द्वारा नियुक्त एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् करता है। वर्तमान में इसकी अध्यक्षता UPSC के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी कर रहे हैं।
यह नियुक्ति परीक्षा प्रणाली में सुधार लाने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। आने वाले दिनों में NTA के कामकाज में और अधिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।